गंगा नदी पर बना पीपापुल पूरी तरह जर्जर हो चुका है. इस जर्जर पुल पटना सिटी में मौजुद है. जिससे वाहनों को आवागमन में काफी दिग्गत का सामना करना पड़ रहा है. जर्जर पुल के कारण हादसे की भी हमेशा आशंका बनी रहती है. ये हालात तब है जब पुल की मरम्मत के लिए पांच साल में छह करोड़ 78 लाख की राशि प्रस्तावित की गई है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बावजूद इसके ठेकेदार मरम्मत के काम में लापरवाही बरत रहा है. इस मामले में आलाधिकारी जांच की बात कह रहे हैं. पुल मरम्मती के लिए पांच साल पर 6 करोड़ 78 लाख की राशि प्रस्तावित की गई है, बावजूद उसके ठेकेदार काफी साल पुराना लोहे के चादर को पुल में इस्तेमाल कर रहे हैं.
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इस दयनिय हालत होने की वजह से जर्जर पुल के कारण प्रतिदिन घंटों जाम भी लग जाता है. लोगों का कहना था कि जाम पर नियंत्रण पाने के लिए पुल के दोनों ओर पुलिस बल की तैनाती आवश्यक है. वहीं, पुल के ठीकेदार प्रतिनिधि निर्दोष कुमार का कहना था कि इस पुल की क्षमता पांच टन तक की है जबकि नव निर्माण हो रहे सिक्स लेन पुल के उपकरण, बालू, सीमेंट आदि इसी पीपा पुल से ले जाए जाते हैं. जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि आए दिन गाटर, लोहे के चादर बदले जाते हैं लेकिन एक-दो दिन में ही टूट जाता है. पुल पर भारी वाहनों के परिचालन को प्रतिबंधित किया जाए तो पुल की स्थिति सुधार होगी.
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