भोपाल: कमलनाथ सरकार बुधवार को विधानसभा में दंड विधि संशोधन विधेयक लेकर आई. विधानसभा में इसके लिए मत विभाजन किया गया. कांग्रेस के पक्ष में 122 वोट पड़े और ये विधेयक बहुमत से पारित हो गया. भाजपा के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर सबको हैरान कर दिया. भाजपा MLA नारायण त्रिपाठी और शरद कौल ने न सिर्फ क्रॉस वोटिंग की बल्कि सीएम कमलनाथ के समर्थन में बयान भी दिया.
भाजपा के दोनों विधायकों ने कमलनाथ को विकास पुरुष बताते हुए अपना समर्थन देने की बात कही है. इस विधेयक के तहत दोषी शख्स को 3 वर्ष तक की सज़ा हो सकती है. समाजवादी पार्टी (सपा) MLA संजीव सिंह संजू ने मत विभाजन की मांग की. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) MLA संजीव कुशवाह ने विधायक पास कराने के लिए मत विभाजन की मांग की. दरअसल, भाजपा चाह रही थी विधेयक सर्वसम्मति से पारित हो.
इसी बीच, सूबे के सीएम कमलनाथ ने कहा है कि यदि भाजपा चाहे तो सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाए. कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद मध्य प्रदेश में राजनितिक हलचल बढ़ गई है. कमलनाथ ने यह बयान इसी परिप्रेक्ष्य में दिया है. सदन में कमलनाथ ने अपने विधायकों की तरफ संकेत करते हुए कहा कि, "हमारा एक भी MLA बिकने के लिए नहीं है. कमलनाथ सरकार पूरे पांच वर्ष तक चलेगी."
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