मंडी: अभी हिमाचल मंडी जिले में एक बारदात थमी नहीं कि दूसरे जुर्म ने अपना रूप दिखा दिया है जंहा मंडी जिले के तहसील कार्यालय जोगिंद्रनगर के बाहर स्टांप वेंडर और डाक्यूमेंट राइटर की शिकायत पर विजिलेंस मंडी ने बीते शुक्रवार को राजस्व प्रशिक्षण संस्थान के चपरासी युवक को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. वही इसी मामले में विजिलेंस ने निदेशक भू अभिलेख शिमला कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात राजीव कुठियाल को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. जंहा आरोप है कि चपरासी के माध्यम से वरिष्ठ सहायक पैसा मांग रहा था. दोनों आरोपी शनिवार को कोर्ट में पेश किए जाएंगे.
एएसपी विजिलेंस मंडी कुलभूषण वर्मा ने इस बात कि पुष्टि की है. वही एएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता दुनी चंद तहसील कार्यालय में डाक्यूमेंट राइटिंग और स्टांप वेंडर का काम करता है. मिली जानकारी के अनुसार इस बात का खुलासा हुआ है. नियमों के तहत बिना मंजूरी दोनों काम एक ही व्यक्ति नहीं कर सकता. आरोप है कि निदेशक भू अभिलेख शिमला कार्यालय में वरिष्ठ सहायक शिकायतकर्ता से यह कहकर पैसे मांग रहा था कि दुनी चंद बिना मंजूरी दोनों काम कर रहा है. जंहा दुनी चंद का कहना है कि उसके पास दोनों कार्य करने की मंजूरी है.
बिना वजह उसे तंग किया जा रहा था और मामला दबाने के लिए दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी. इस पर जिलेंस ने चपरासी युवक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि शिमला से वरिष्ठ सहायक को गिरफ्तार जा चुका है. एएसपी ने कहा कि वरिष्ठ सहायक और स्टांप वेंडर के बीच हुईं सारी बातें रिकॉर्ड की गई है. मिली जानकारी के अनुसार अभी भी पुलिस इस बात के लिए छानबीन में लगी हुई है कि चपरासी ने अभी तक किस किस से रिश्वत की मांग की गई है, और किन किन से रिश्वत ले चुका है.
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