कांगड़ी और गाजीवाली गांव के मजदूर और पीड़ित परिवारों ने प्रशासन पर उन्हें राशन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है।इसके साथ ही उनका कहना है कि कोरोना वायरस के चलते ग्रामीण अपने घरों के कैद होने को कारण भुखमरी की कगार पर है। वहीं थाना श्यामपुर क्षेत्र में पड़ने वाले कई गांव के अधिकतर ग्रामीण दिन में काम कर शाम को राशन लाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं, लेकिन लॉकडाउन होने पर ग्रामीण मजदूरी करने नहीं जा पा रहे हैं। अपने घर के अंदर कैद हैं।
वहीं राज्य सरकार को अंतोदय राशन कार्ड धारक मजदूर और पीड़ित परिवार को राशन उपलब्ध कराना था, लेकिन अभी तक कांगड़ी व गाजीवाली आदि गांव के गरीब परिवारों को राशन नहीं दिया गया। इस कारण अधिकतर ग्रामीण भूखे और एक टाइम की रोटी खाने पर मजबूर हैं। इसके साथ ही कांगड़ी गांव के पूर्व प्रधान ओमप्रकाश, मुन्नू सिंह, राजेंद्र, शांति देवी, जग्गो देवी, रामकुमारी देवी, रेखा देवी, धर्मवीर, केशो, बेबी देवी, शांति देवी, गीता देवी, मिथिलेश, कुसुम, रेखा देवी आदि कहना है कि लॉकडाउन के चलते राज्य सरकार ने राशन देने के लिए कहा था, परन्तु अब तक राशन नहीं दिया गया है।
ऐसे में परिवार का पालन पोषण करने में बड़ी परेशानी हो रही है। वहीं कांगडी गांव के ग्राम प्रधान राजेश कुमार का कहना है कि राज्य सरकार ने चंडीघाट पुल के नीचे तो राशन के पैकेट वितरित कर दिए गए हैं, परन्तु कांगड़ी गांव में अभी तक राशन नहीं बांटा गया। वहीं लेखपाल को पीड़ित परिवार में मजदूर और किरायेदारों की पूरी लिस्ट बनाकर दे रखी है। इसके साथ ही बावजूद इसके अभी तक पता नहीं चला रहा है कि इन गरीब परिवारों को राशन कब तक मिलेगा।
आखरी कोरोना से अब तक कैसे बचा हुआ है तुर्कमेनिस्तान ?
जम्मू कश्मीर से रुला देने वाली खबर, मुठभेड़ में शहीद हुए 10 भारतीय जवान