रायगढ़: छत्तीसगढ़ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला उफनाई हुई महानदी में गिर गई, यहां से तैरते हुए वह दूसरे प्रदेश उड़ीसा पहुंच गई। चौंकाने वाली बात तो यह रही कि महिला के दोनों पैर बंधे हुए थे। इसके बाद भी उसकी जान बच गई। 17 किलोमीटर नदी में आगे जाने के पश्चात् उड़ीसा की सीमा आरम्भ हो गई। यहां मछुआरों ने महिला की जान बचाई।
घटना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की है। यहां पिछले कई दिनों से भारी बारिश का दौर जारी होने के कारण महानदी उफान पर है। बुधवार को रायगढ़ के पोरथ गांव की रहने वाली मानसिक तौर पर अस्थिर महिला सरोजनी फिसलकर महानदी में गिर गई। बृहस्पतिवार की सुबह महिला किसी प्रकार तैरते हुए उड़ीसा के झरसागुड़ा जिले में पहुंच गई। यहां महानदी के किनारे एक गांव के मछुआरे मछली पकड़ रहे थे। मछली पकड़ रहे मछुआरों ने जब महिला को देखा तो उसे बचाने की कोशिश की तथा बाहर निकाल लाए। बाहर निकालने के पश्चात् मछुआरों ने देखा कि महिला के पैर जंजीरों से बंधे हुए थे। फिर महिला से पूछताछ की गई तो उसने बड़ी मुश्किल से अपना नाम और पता बताया।
वही इस मामले की जानकारी देते हुए रंगाली पुलिस थाना इंचार्ज दुर्गा अभिमन्यु ने बताया कि महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रही है। उन्होंने बताया कि महिला बड़ी मुश्किल से अपने भाई एवं गांव का नाम बता पाई है। अभिमन्यु ने आगे बताया कि आरभिंक तहकीकात में पता चला है कि उसकी मानसिक हालत के कारण पति ने छोड़ दिया था, फिर महिला भाई के साथ रहने लगी। 5 वर्ष पहले हुए शादी के पश्चात् जब ससुराल वालों ने छोड़ दिया तो महिला के घरवाले उसे अपने साथ ले आए थे। मानसिक हालत ठीक ना होने के कारण ग्रामीणों ने उसे जंजीर में बांधकर रखने को कहा। इसके बाद वह वैसे ही रह रही थी। बुधवार को किसी प्रकार वह महानदी के पास पहुंच गई। अभिमन्यु का कहना है कि महिला नदी में कैसे गई, यह अभी साफ नहीं हो पाया है।
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