मध्यप्रदेश: पढ़ने में कुछ अजीब है लेकिन ये सच है वैसे रेलवे की सुरक्षा को लेकर सरकार के कुछ नियम कानून है, जिसे हर यात्री को मानना चाहिए, लेकिन जबलपुर की ओर से आ रही एक ट्रैन में बीते दिन जब टीटीआई ने यात्रियों से जुर्माना वसूलने के लिए चेकिंग शुरू की, तो यह देखकर टीटीआई हैरान रह गए कि, कई यात्रियों ने पुरखो के नाम पर टिकट ले रखा है.
यह चेकिंग जबलपुर से कटनी, सतना, रीवा और इटारसी के बीच 8 घंटे के दौरान हुई, जिसमे 40 से ज्यादा ऐसे यात्री मिले, जो जनरल और स्लीपर कोच में पुरखों का टिकट लेकर जा रहे थे. उनका कहना था कि वे गयाजी जा रहे हैं, इसलिए पूर्वजो का भी टिकट लिया. पितृपक्ष में चली आ रही मान्यता को लेकर यात्रियों ने अलग से टिकट लिया था. बता दें कि इनमें कई ऐसे शख्स भी थे जिनके पुरखों की मृत्यु 100 साल पहले ही हो चुकी है.
बता दे यह परंपरा कोई नई नहीं है. बरसों से ये परंपरा चली आ रही है, ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष में हमारे पुरखे परलोक से धरती पर अपने परिवार को देखने के लिए आते हैं
पिता के जुर्म की बच्चो को मिली सजा