मॉस्को: रूस की एयरलाइंस ने 18 से 65 आयुवर्ग के लोगों को टिकट देने से साफ इनकार कर दिया है। इस आयु वर्ग के लोग जब तक रक्षा मंत्रालय की तरफ से यात्रा की मंजूरी नहीं दिखाते, इन लोगों को एयरलाइंस टिकट नहीं देगी। बता दें कि बुधवार (21 सितम्बर) को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तीन लाख आरक्षित सैनिकों की आंशिक तैनाती का ऐलान किया। इसके बाद रूस से विदेशी गंतव्यों के लिए जाने वाली सभी रूसी उड़ानों के टिकट बिक गए।
रूसी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 3,00,000 'रिजर्विस्ट' (आरक्षित सैनिक) की आंशिक तैनाती की योजना तैयार की गई है। पुतिन ने इसे आवश्यक बताते हुए कहा कि रूस 'पूरी पश्चिमी सैन्य मशीनरी' से लड़ रहा है। रूस की शीर्ष ट्रैवल प्लानिंग वेबसाइट aviasales.ru के अनुसार, पुतिन के ऐलान के बाद कुछ मिनट के अंदर ही मॉस्को से जॉर्जिया, तुर्की और अर्मेनिया, जहां रूसी नागरिकों को वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ती है, के लिए 21 सितंबर की सभी उड़ानों के टिकट बिक गए। मॉस्को के समयानुसार दोपहर तक, मॉस्को से अजरबैजान, कजाकिस्तान, उजबेकिस्तान और किर्गिस्तान के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स भी वेबसाइट पर दिखना बंद हो गईं।
दरअसल, रिजर्व सैनिकों की तैनाती की पुतिन की घोषणा के बाद से रूस में हड़कंप मच गया है। लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए रूसी एयरलाइंस ने 18 से 65 वर्ष के लोगों को बगैर रक्षा मंत्रालय की मंजूरी के टिकट देने से इनकार कर दिया है। पुतिन ने टेलीविजन के माध्यम से देश को संबोधित करते हुए चेतावनी भरे लहजे में पश्चिम से कहा कि रूस अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा और 'यह कोरी बयानबाजी' नहीं है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आगे कहा कि उन्होंने उस आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं और यह प्रक्रिया बुधवार से प्रारंभ होगी। रिजर्विस्ट ऐसा व्यक्ति होता है जो 'मिलिट्री रिजर्व फोर्स' का सदस्य होता है। यह आम नागरिक होता है, जिसे सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है तथा आवश्यकता पड़ने पर इसे कहीं भी तैनात किया जा सकता है। शांतिकाल में यह सेवाएं नहीं देता है। पुतिन ने कहा कि विस्तारित सीमा रेखा, यूक्रेन की सेना द्वारा रूसी सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार फायरिंग और मुक्त कराए गए क्षेत्रों पर हमलों के लिए रिजर्व से सैनिकों को बुलाना जरूरी था।
मेक्सिको के बार में अंधाधुंध गोलीबारी, 10 लोगों की मौत, कई घायल
ISI एजेंट लाल मोहम्मद की हत्या, पिता को बचाने के लिए छत से कूदी बेटी
तुर्की ने संयुक्त राष्ट्र में अलापा कश्मीर राग, भारत ने दुखती नस दबाकर करा दिया चुप