नई दिल्ली: कोरोना महामारी के एक बीच एक अच्छी खबर है. बुधवार को ईरान से रेस्क्यू करके लाए गए 225 भारतीयों के जत्थे को लेह एयरबेस पहुंचा दिया गया है. इन लोगों को जोधपुर में सेना के क्वारनटीन सेंटर में रखा गया था. यह सभी लोग करगिल और लद्दाख क्षेत्र निवासी थे और सभी ने रमजान की वजह से घर वापस जाने की मांग की थी.
इससे पहले मंगलवार को भी जैसलमेर से 180 लोगों के दल को जम्मू-कश्मीर पहुँचाया गया है. यह लोग भी ईरान से रेस्क्यू करके लाए गए थे और जैसलमेर के एकांतवास शिविर में रखे गए थे. सेना के सूत्रों के अनुसार, रमजान के पवित्र महीने को देखते हुए उन्हें घर भेजा जा रहा है. सभी ने अपने क्वारनटीन पूरा कर लिया था. सेना ने कहा कि बीते दो दिनों में कुल 405 भारतीयों को उनके घरों में तक पहुंच गया है और आगामी कुछ दिनों में और लोगों को एयरलिफ्ट करके उनके घर पहुंचा जाएगा.
आपको बता दें कि भारतीय अधिकारियों ने 15 से 29 मार्च के बीच पांच चरणों में ईरान से 1,036 लोगों को रेस्क्यू किया था. इसमें से 484 लोगों को जैसलमेर के क्वारनटीन सेंटर और 552 लोगों को जोधपुर के क्वारनटीन सेंटर में रखा गया था. इसमें से 60 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद उन्हें जोधपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका उपचार चल रहा है. बाकी लोगों को क्वारनटीन किया गया था.
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