नई दिल्ली : आज भारतीय बाज़ार में डॉलर के मुकाबले रुपये में अब तक की ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है. डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया आज 71 के स्तर पर आ पंहुचा है. आज सुबह जब बाज़ार खुला तो 9.30 बजे रुपया डॉलर के मुकाबले 70.97 पर खुला था. जिसके बाद देखते ही देखते रुपया 71 के स्तर पर पहुंच गया. माना जा रहा है कि महीने के अंत में डॉलर की मांग और विदेशी कोषों की निकासी के कारण रुपये में गिरावट देखीं जा रही है.
ऐतिहासिक गिरावट डॉलर के मुकाबले और गिरा रुपया
कितना गिर सकता है रुपया
अगर जानकारों की माने तो रुपया अभी और गिर सकता है और इसके संकेत साफ़ नज़र आ रहें है. विशेषज्ञों कि माने तो सितंबर तिमाही की आने तक रुपया 72 का स्तर भी छू सकता है. विशेषज्ञों की माने तो चल रहें वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रुपये के 71.50 से 72 तक जाने की संभावना है.
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आम आदमी को होंगे यह नुकसान
आमतौर पर लोग यह समझते है कि रूपये और डॉलर से उन्हें कोई लेना देना नहीं पड़ता है या उनपर कोई असर नहीं पड़ता है. लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर ही पड़ता है.
-डॉलर के मजबूत होने से और रूपये के गिरने से देश में महंगाई बढ़ेगी. इससे क्रूड ऑयल भी महंगा हो जाएगा. मतलब की भारत जिन देशों से कच्चा तेल खरीदता है अब भारत को उन देशों को ज्यादा पेसें देने होंगे. सीधे तोर पर इसकी मार आपकी जेब पर ही पड़ेगी. क्रूड आयल महंगा हुआ तो पेट्रोल डीजल महंगा हो जाएगा. जिससे ट्रांसपोर्ट का खर्चा बढ़ेगा और खाने पिने की चीजें महंगी हो जायेगी.
- डॉलर के मजबूत होने से आपका विदेश घूमना भी महंगा हो जाएगा. क्योंकि डॉलर का भुगतान करने के लिए आपको ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे.
- अगर आप विदेश में पढ़ने का सपना देख रहें है तो आपका सपना, सपना भी रह सकता है क्योंकि अब रूपये के कमजोर होने से आपको विदेश में पड़े के लिए ज्यादा पैसें चुकाने पड़ेंगे.
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