मुंबई: मुंबई के रहने वाले वकील ने बॉम्बे हाईकोर्ट में सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला और उनके परिवार के लिए z+ श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने को लेकर याचिका दायर की है। जी दरअसल इस समय सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना की कोविशील्ड वैक्सीन बना रहा है। ऐसे में एडवोकेट दत्ता माने ने जो याचिका दाखिल की है उसमे उन लोगों के खिलाफ FIR दाखिल करने के लिए मांग की गई है, जिन्होंने वैक्सीन की सप्लाई को लेकर अदार पूनावाला को धमकी दी थी। जी दरअसल दत्ता माने ने अपनी याचिका में कहा है कि ''अगर वैक्सीन बनाने वाले असुरक्षित महसूस करते हैं तो इससे वैक्सीन का प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है।''
इसके अलावा दायर की गई याचिका में यह भी कहा गया है कि, ''अदार पूनावाला अगर जीवन के डर के चलते देश से बाहर हैं तो ये तूफान में बिना कैप्टन के फंसे जहाज के जैसा होगा। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी के CEO अदार पूनावाला को सुरक्षा दी जानी चाहिए।'' दत्ता माने ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला भी दिया है, जिसमें कहा गया कि पूनावाला वैक्सीन की सप्लाई के लिए मुख्यमंत्रियों और बिजनेस टायकून समेत ताकतवर लोगों के दबाव के चलते यूके के लिए रवाना हो गए हैं। दत्ता माने ने अपनी याचिका में कहा है कि, ''वो उस वक्त आश्चर्यचकित थे जब एक इंटरव्यू में पूनावाला ने कहा कि उन्हें शक्तिशाली लोगों के जरिए धमकियां दी जा रही हैं। 13 बिलियन से ज्यादा लोगों की आबादी को वैक्सीन लगाना बड़ी चुनौती है। 15,40,00,000 वैक्सीन की डोज दी गई हैं, जो कुल जनसंख्या का 2 फीसदी हैं।'
इसके अलावा उन्होने यह भी कहा है कि, ''इससे भारत में महामारी पर काबू पाने में असफलता हाथ लगेगी और इसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं, इससे हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर भी प्रभावित होगा। गृह मंत्रालय की पूनावाला को दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा अपर्याप्त लग रही थी, जिसके बाद पूनावाला ने देश छोड़ दिया।'' वहीँ याचिका में माने ने यह दावा किया कि उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र के सामने शिकायत दर्ज कराई थी। महाराष्ट्र सरकार ने पूनावाला से शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया था, जिससे दबाव बनाने वालों पर एक्शन लिया जा सके।
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