आज देश का आम बजट पेश किया गया जिसमे कृषि को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बड़े-बड़े फैसले लिए. हालाँकि इस बजट में सभी क्षेत्रों का ध्यान रखा गया फिर भी आम आदमी को एक मात्र राहत मिली और वह है पेट्रोल और डीजल के दामों में 2 रुपये की कटौती. एक्साइज ड्यूटी को पेट्रोल और डीजल से कम किया गया जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल के दामों में 2 रुपये की गिरावट दर्ज की गई.
इस बजट को लोकलुभावन बजट नहीं कहा जा सकता और बजट के पहले ही घोषणा की गई थी कि यह बजट लोकलुभावन नहीं होगा बल्कि जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी ऐसे फैसले इस बजट में लिए जायेगे. देश की नीव कहे जाने वाले किसान और जवान पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए कृषि के क्षेत्र में अथक प्रयास किये गए हैं और कृषि को उन्नत करने और किसान को उसकी दयनीय स्थिति से बाहर लाने के लिए सरकार ने पूरी कोशिश की है.
इसके अलावा गरीबों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए घर और उनके स्वस्थ के प्रति कई योजनाए लागू की हैं. इसके वाला रेलवे और एयरपोर्ट को लेकर भी काफी योजनाए सुनिश्चित की गई हैं. देश में रेलवे को अधिक सुरक्षित बनाने के प्रयास किये जायेगे. लेकिन इन सब के बावजूद आम नागरिक को सिर्फ और सिर्फ एक ही तरह की राहत पहुंचाई गई है और वह है पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करना, इसके अलावा इस बजट से आम जनता को किसी भी तरह का कोई फायदा होता नहीं दिखाई पड़ा है.
बजट 2018 : क्या बुझेगी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगी आग?