रूस एवं यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच पिछले कई दिनों से चल रही जंग का प्रभाव इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों (Crude Oil Prices) पर भी पड़ा है. कच्चे तेल का दाम 110 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया. यह बीते 7 वर्षों में सबसे ज्यादा दाम है. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दामों में आज पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. तत्पश्चात, इसका दाम बढ़कर 110.23 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. जुलाई, 2014 के पश्चात् कच्चे तेल का दाम पहली बार 110 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा है.
इसके अतिरिक्त, अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के दाम में भी 4.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सितंबर, 2013 के पश्चात् इसका दाम सबसे अधिक होकर 108.41 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने के पश्चात् भारत में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है. विशेषज्ञ कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित 5 प्रदेशों में चल रहे विधानसभा चुनावों के पश्चात् पेट्रोल-डीजल के दामों में आग लग सकती है.
बता दे कि दिवाली, 2021 के पश्चात् से देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. किन्तु इसके विपरीत कच्चे तेल के दामों में बहुत इजाफा हो चूका है. यूक्रेन में रूस के बमबारी करने के पश्चात् अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. हाल ही में कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए थे, जिसके पश्चात् आज यह दाम 110 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया.
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