इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों में सुस्ती का लाभ प्राप्त हो रहा है। घरेलू बाजार में आज (शुक्रवार, 23 जुलाई 2021) छठे दिन भी पेट्रोल तथा डीज़ल का दाम स्थिर है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कच्चे तेल में कमी का दौर जारी रहता है तो घरेलू तेल कंपनियां पेट्रोल-डीज़ल की कीमत कम करना भी आरम्भ कर देंगी।
हालांकि, अभी भी देशभर में ईंधन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर है। 17 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिलों में पेट्रोल का दाम अब भी 100 रुपये प्रति लीटर के पार है। जुलाई माह में अब तक पेट्रोल की कीमतों में कुल 9 बार वृद्धि हो चुकी है। जबकि, डीज़ल 5 बार महंगा और एक बार सस्ता हो चुका है। इसके पूर्व जून एवं मई माह में भी पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में 16-16 बार वृद्धि हुई थी।
दरअसल, फिलहाल इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। मगर डॉलर की तुलना में रुपये में कमजोरी भी देखने को मिल रही है। यही वजह है कि सरकारी तेल कंपनियों ने ईंधन का दाम स्थिर रखा है। उन्होंने अब तक इसमें कटौती का निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यदि क्रूड ऑयल के दामों में सुस्ती का आगे भी जारी रहता है तो घरेलू बाजार में पेट्रोल एवं डीज़ल का दाम 2 रुपये प्रति लीटर तक कम भी हो सकता है। इसी हफ्ते ही लोकसभा में सरकार ने कहा कि पेट्रोल एवं डीज़ल के माध्यम से टैक्स कलेक्शन 88 फीसदी बढ़कर 3।35 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
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