नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है. इसका दबाव तेल कंपनियों पर भी देखने को मिल रहा है. यही कारण है कि तीन दिन से तेल के दाम स्थिर हैं. हालांकि, बीते बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के भाव में तेजी जरूर देखी गई. बता दें कि बीते महीने 22 बार डीजल के दाम में वृद्धि हुई और पेट्रोल के दाम में 21 बार वृद्धि की गई.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बगैर किसी संशोधन के क्रमश: 80.43 रुपये, 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है. वहीं डीजल का भाव भी चारों महानगरों में पूर्ववत क्रमश: 80.53 रुपये, 75.64 रुपये, 78.83 रुपये और 77.72 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बने हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (ICE) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के भाव में 1.11 फीसदी की बढ़त रही और यह 41.73 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि अमेरिकल पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में क्रूड आयल के भंडार में गिरावट का अनुमान लगाया गया है जिससे तेल के भाव में तेजी लौटी है.
इस बीच, देश में लॉकडाउन के हटने और आर्थिक गतिविधियां बढ़ने के साथ ही ईंधन की मांग धीरे धीरे कोरोना संकट से पहले के स्तर के नजदीक पहुंचने लगी है. सरकार की तरफ से जारी किए गए बयान के अनुसार ईंधन की मांग कोविड- 19 से पहले के स्तर के 88 फीसद तक पहुंच गई है.
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