नई दिल्ली: अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीच्यूट (API) के बीते दिनों जारी आंकड़ों के मुताबिक, गत 13 नवंबर को समाप्त सप्ताह में वहां क्रूड आयल की 4.174 मिलियन बैरल की इंवेंट्री थी। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन खोज लिये जाने के दावे के बाद तेल उत्पादक देशों के संगठन OPEC+ ने उत्पादन में वृद्धि का संकेत दिया है। इससे क्रूड आयल के बाजार में नरमी आई है।
वहीं इसके विपरीत, घरेलू बाजार में देखें तो पेट्रोल-डीजल के भाव में 48 दिनों के बाद, आज वृद्धि देखने को मिली है। सरकारी तेल कंपनियों ने आज दिल्ली में जहां पेट्रोल 17 पैसे प्रति लीटर महंगा कर दिया, वहीं डीजल में भी 22 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। नोएडा में पेट्रोल में 25 पैसे प्रति लीटर तो डीजल की कीमत में 23 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। वहीं, शुक्रवार को देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 81.23 रुपये पर तो डीजल 70.68 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।
बता दें कि अगस्त के दूसरे पखवाड़े की शुरूआत से ही पेट्रोल की कीमतों में जो वृद्धि शुरू हुई थी, वह बीते एक सितंबर तक निरंतर जारी रही थी। यदि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां बीते 13 किस्तों में पेट्रोल प्रति लीटर 1.65 पैसे महंगा हुआ था। उसके बाद कुछ दिनों तक भाव स्थिर रहने के बाद बीते 10 सितंबर के बाद इसमें ठहर-ठहर कर गिरावट देखी जा रही थी और बीते महीने इसमें 1.19 रुपये की कमी हो चुकी है।
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