मुंबई: पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है। इसके साथ ही अमेरिका और चीन के बीच का ट्रेड वॉर कुछ बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है। इसका प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय ईंधन बाजार पर दिख रहा है। तभी तो इसमें इस हफ्ते भी कोई तेजी के लक्षण नज़र नहीं आए। इसमें पिछले हफ्ते भी तकरीबन शांति ही रही थी। इस बीच आज भी घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
यह लगातार दूसरा दिन है, जबकि पेट्रो ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। इससे दो दिन पहले ही सरकारी तेल कंपनियों ने केवल डीजल की कीमतों में ही 15 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी। पिछले हफ्ते के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो सरकारी तेल कंपनियों ने निरंतर 4 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के भाव को अपरिवर्तनीय छोड़ दिया था। किन्तु, उसके बाद शनिवार और रविवार को डीजल की कीमतों में इजाफा किया था। देखा जाए तो इस महीने 10 बार डीजल की कीमत में वृद्धि की गई है।
इस महीने देखा जाए तो सरकारी तेल कंपनियां केवल डीजल की कीमतें ही बढ़ा रही हैं। इस महीने 10 किस्तों में जो डीजल के भाव बढ़ाए गए हैं, उससे डीजल 1.60 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। पेट्रोल की बात करें तो इसमें बीते 30 दिनों से कोई इजाफा नहीं हुआ है। इसके दाम में आखिरी बार बीते 29 जून को इजाफा हुआ था, वह भी केवल 5 पैसे प्रति लीटर। दिल्ली में आज, यानी 28 जुलाई, मंगलवार, को पेट्रोल के दाम जहां 80.43 रुपये और डीजल 81.94 रुपये पर टिका रहा।
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