नई दिल्ली: आर्थिक मंदी का शोर पूरे देश में सुनाई पड़ रहा है। अब तो अंतरराष्ट्रीय जगत में भी इसकी धमक दिखने लगी है। रूस, अमरीका, ब्रिटेन और बाकी आर्थिक महाशक्तियां इसके दायरे में आ सकती हैं। इसी बीच भारतीयों के लिए एक अच्छी खबर है। वैश्विक बाजार में क्रूड ऑइल की कीमत वर्तमान में लगभग 60 डॉलर से गिरकर 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है, जिससे पेट्रोल डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है।
दरअसल, तेल की मांग में कमज़ोरी के संकेत मिल रहे हैं, जिससे इसके दाम घटाकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक आने की संभावना है। अगर इसमें और गिरावट आती है, तो यह 30 या 20 डॉलर प्रति बैरल के दाम तक आ सकता है। हालांकि, यह स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी रहेगी। यह बात रियल विजन ग्रुप के सीईओ राउल पैन ने एक इंटरव्यू में कही है।कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड के दाम अभी लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल हैं, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट लगभग 55 डॉलर प्रति बैरल के भाव बिक रहा है।
राउल पैन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर मंदी का संकट मंडरा रहा है। आने वाला वक़्त चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कई देश पहले ही मंदी की चपेट में आ गए हैं। अमेरिका भी मंदी की ओर बढ़ रहा है। ट्रेड वॉर से भी वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। चीन भी इस मंदी में फंस चुका है। भारत की विकास दर में गिरावट आ गई है। उन्होंने कहा कि मुझे वैश्विक मंदी आती हुई नज़र आ रही है और ऐसे फैक्टर्स नज़र नहीं आ रहे, जो मंदी को आने से रोक सके।
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