नई दिल्ली. तक़रीबन पिछले एक हफ्ते से देश में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में लगातार गिरावट होती जा रही है और इससे देश की आम जनता भी खुशियों से फूली नहीं समा रही है. लेकिन नए साल के अवसर पर यानी आगामी एक जनवरी से जनता की इस ख़ुशी पर ब्रेक लग सकता है क्योंकि बाजार के विश्लेषकों के मुताबिक पेट्रोल-डीज़ल के दाम एक जनवरी से फिर बढ़ सकते है.
पेट्रोल-डीज़ल : आज फिर गिरे दाम, जानिए महानगरों में क्या है भाव
दरअसल किसी भी देश में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें सबसे ज्यादा कच्चे तेल के दामों पर निर्भर करती है और आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कन्ट्रीज (OPEC) याने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और इसके सहयोगी तेल उत्पादक देशों ने अगले साल से कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती करने की योजना बनाई है. देश की एक प्रसिद्ध मीडिया एजेंसी द्वारा इस मामले को लेकर हाल ही में पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक ओपेक संगठन ने कच्चे तेल के उत्पादम में इस कमी को एक जनवरी से लागू करने की योजना बनाई है और इससे अन्य पेट्रोलियम निर्यातक देशों से भी समर्थन मिल चुका है.
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इस रिपोर्ट के मुताबिक ओपेक संगठन और उनके सभी सहयोगी तेल उत्पादक देश आगामी एक जनवरी से छह महीने की अवधि के लिए कच्चे तेल के उत्पादम में 12 लाख बैरल प्रतिदिन की दर से कटौती करेंगे.
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