नई दिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है। दिनों दिन पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर से बढ़ते इन दामों की वजह से देश की जनता में भी काफी आक्रोश आ गया है। इस मामले के विरोध में बीते सोमवार याने कल कांग्रेस पार्टी द्वारा पुरे भारत में देशव्यापी आंदोलन भी किया गया था। लेकिन क्या आप जानते है कि पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों के अलावा एक और चीज है जो पेट्रोल पंप पर आपकी जेब पर असर डालती है।
दरअसल मौजूदा समय में देश के कई पेट्रोल पम्पों पर उपभोगताओं को विभिन्न तरीको से लुटा जा रहा है और आये दिन लोगों को लूटने के लिए नए-नए तरीके खोजे जा रहे है। तो आइये आज हम आपको बताते है कि इन पेट्रोल पम्पों पर उपभोगताओं को किन-किन तरीको से लुटा जाता है और आप उनसे कैसे बच सकते है।
पहले जाने लूट की रैंकिंग
भारत के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कुछ दिनों पहले ही एक पेट्रोल पंप फ्रॉड रैंकिंग सूझी साझा की थी जिसमे यह बताया गया था कि किस राज्य में पेट्रोल पम्पों पर लूट के कितने मामले सामने आये है। इस सूचि के हिसाब से पेट्रोल पम्पों पर लूट के मामले सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में सामने आये है। वही उत्तरप्रदेश और दिल्ली दूसरे और तीसरे क्रमांक पर है।
राउंड फिगर में न भरवाएं पेट्रोल
पेट्रोल पंप पर लोग आमतौर पर राउंड फिगर याने 100, 200, 500 इस तरह की संख्या की कीमत का पेट्रोल भरवाते है। लेकिन कई दफा पेट्रोल पंप मालिक मशीन में राउंड फिगर के लिए पहले से ही ऐसी सेटिंग कर लेते है जिससे दाम के मुक़ाबले पेट्रोल काम आता है। इसलिए आपको जब भी पेट्रोल भरवाना हो तो
आप राउंड फिगर से 10-20 रुपये ज्यादा या का काम का ही पेट्रोल भरवाए।
यहाँ भी डिजिटल तकनीक ही अपनाये
ईंधन से जुड़े जानकार बताते है कि पुराने पेट्रोल पंप पर मशीने भी काफी पुरानी होती है जिनसे छेड़खानी करना आसान रहता है और इन मशीनों से कम पेट्रोल भरे जाने की आशंका भी बानी रहती है। इसलिए आप हमेशा डिजिटल मीटर वाले पंप पर ही जाए।
मीटर रीडिंग पर रखे नजर
पेट्रोल पंप पर पेट्रोल या डीज़ल भरवाते वक्त मीटर रीडिंग पर नजर रखना बेहद जरुरी होता है क्योकि कई पम्पों की मशीनों में रीडिंग सीधे 10, 15 या 20 अंक से शुरू होती है जो की आपका बिल बढ़ा सकती है या फिर पेट्रोल की मात्रा कम कर सकती है।
मीटर रीसेट कराना भी जरुरी
पेट्रोल पंप पर पेट्रोल या डीज़ल भरवाते वक्त मीटर रीसेट करावाना ना भूले क्योकि कई बार ग्राहकों द्वारा ध्यान न दिए जाने पर कर्मचारी मीटर रीसेट नहीं करते है और इस वजह से आपको रकम के मुकाबले काफी काम पेट्रोल मिलता है।
पाइप की लम्बाई भी एक शाजिश है
आजकल कई पेट्रोल पंपों पर तेल भरने की पाइप को जानबुझ कर लंबा रखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योकि कर्मचारी पेट्रोल डालने के बाद मीटर पर ऑटो कट दिखते ही नोजल को गाड़ी से निकाल लेते हैं। ऐसा करने से थोड़ा पेट्रोल पाइप में ही बच जाता है और वापस टैंक में चले जाता है। इसलिए अगली बार पेट्रोल भरवाते वक्त सुनिश्चित कर ले कि ऑटो कट होने के कुछ सेकेंड बाद तक तक पेट्रोल की नोजल आपकी गाड़ी के फ्यूल टैंक में ही रहे।
नोजल के बटन पर न हो हाथ
पेट्रोल या डीज़ल भरवाते वक्त कर्मचारी से कहें कि वो पेट्रोल निकलना शुरू होने के बाद अपने हाथ को नोजल से हटा लें क्योकि नोजल का बटन हलका सा भी दबा हो तो पेट्रोल निकलने की रफ़्तार काफी कम हो जाती है और घपलेबाजी आसान हो जाती है।
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