नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं. इनकी कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर के भी पार पहुंच गई हैं. इससे बहुत से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में सबकी निगाहें सरकार पर है, कि क्या वह पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने के लिए कोई बड़ा कदम उठाती है. इस बीच पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का एक बयान सामने आया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि वे सऊदी अरब, गल्फ देशों और रूस में पेट्रोलियम मंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. पुरी ने आगे कहा कि वे कई स्तरों पर कार्य कर रहे हैं. पेट्रोलियम मंत्री का यह बयान ऐसे वक़्त में बेहद अहम है, जब देश में सभी लोग पेट्रोल-डीजल की निरंतर बढ़ती कीमतों को लेकर परेशान हैं. इससे पहले हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को यह बात कही थी कि पेट्रोलियम उत्पाद पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी से कोरोना वैक्सीन और पब्लिक वेलफेयर स्कीम्स की फंडिंग की जा रही है. पुरी ने शुक्रवार को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें उस वक़्त तक गिरने की उम्मीद है, जब भारत अपनी पूरी आबादी को वैक्सीन लगा देगा.
उन्होंने इस बात की तरफ संकेत दिया कि उस वक़्त टैक्स में कटौती करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. पुरी ने आगे यह भी कहा कि केंद्र 32 रुपये प्रति लीटर एक्साइज के रूप में चार्ज करता रहा है, चाहे जब तेल का भाव 19 रुपये प्रति बैरल रहा हो या जब 84 रुपये प्रति बैरल रहा हो. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तेल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय कोयले के संकट के बाद बढ़ रही हैं, जिसके कारण दो देशों के बीच मुश्किल और कहीं जगह बहुत ज्यादा सर्दी है.
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