नई दिल्ली: EPF खाताधारकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने घोषणा की है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जून 2025 तक अपना नया सॉफ्टवेयर सिस्टम, EPFO 3.0, लॉन्च करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यह नया सिस्टम बैंकिंग सेवाओं की तरह सुविधाजनक होगा और वेबसाइट का इंटरफेस अधिक यूजर-फ्रेंडली बनाया जाएगा।
EPFO 3.0 की शुरुआत के बाद सदस्यों को ATM कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे अपने पीएफ खाते तक आसान पहुंच बना सकेंगे। मंडाविया ने बताया कि इस सिस्टम के तहत सुधार कार्य जनवरी 2025 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। EPFO 3.0 का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों के अनुभव को बेहतर बनाना है। इसके जरिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाएगा और खाताधारकों को उनके रिटायरमेंट फंड पर ज्यादा नियंत्रण मिलेगा। नए सिस्टम के तहत, EPFO सदस्य जल्द ही ATM कार्ड के जरिए अपनी पीएफ सेविंग का इस्तेमाल कर सकेंगे।
श्रम सचिव सुमिता डावरा ने हाल ही में बताया कि साल 2025 तक यह सुविधा शुरू हो जाएगी। खाताधारक अपने पीएफ खाते से कुल शेष राशि का 50% तक निकाल सकेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से वित्तीय आपात स्थिति या अचानक आने वाले खर्चों के लिए मददगार होगी। इसके साथ ही, सरकार पेंशन योगदान में ज्यादा लचीलापन लाने की योजना पर भी काम कर रही है। प्रस्ताव के तहत, कर्मचारी मौजूदा 12% सीमा से अधिक या कम पेंशन अंशदान कर सकेंगे।
EPFO एक विशेष मोबाइल ऐप भी विकसित कर रहा है, जिससे खाताधारक अपने पीएफ खाते की जानकारी जैसे मासिक योगदान, पेंशन फंड और पिछली नौकरियों के योगदान आदि आसानी से देख सकेंगे। यह ऐप खाते को मॉनिटर करने और उसकी ट्रैकिंग में मदद करेगा। वर्तमान में, कर्मचारी और नियोक्ता दोनों अपने वेतन और महंगाई भत्ते का 12% हिस्सा EPF में योगदान करते हैं। इसमें कर्मचारी का पूरा 12% EPF में जाता है, जबकि नियोक्ता का योगदान EPF और EPS में विभाजित होता है। इसके अतिरिक्त, सरकार 15,000 रुपये से कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए 1.16% का योगदान पेंशन फंड में करती है।
EPFO 3.0 के आने से पीएफ सेवाओं में न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि इसे इस्तेमाल करना भी बेहद आसान हो जाएगा। यह कदम करोड़ों खाताधारकों के लिए राहत भरा साबित हो सकता है।