लखनऊ : लगता है समाजवादी पार्टी में अब नेतृत्व परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा है। जी हां, मीडिया में जो जानकारी सामने आई है वह तो यही दर्शाती है। दरअसल समाजवादी पार्टी के होर्डिंग्स पोस्टर में पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के फोटो का उपयोग नहीं किया गया है। हालांकि पार्टी द्वारा लोहिया और जनेश्वर की फोटो को जरूर होर्डिंग में शामिल किया गया था। इसकी खासी चर्चा रही।
समाजवादी पार्टी के विशेषज्ञ रतन मणि लाल का कहना था कि पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तूती बोलती है। वे किसी भी तरह से अपने निर्णयों को बदलना नहीं चाहते। सीएम अखिलेश यादव द्वारा पार्टी में कार्यकर्ताओं के बीच संदेश प्रसारित किए जा चुके हैं कि वे पार्टी में प्रमुख हैं। रतन मणिलाल का कहना था कि सीएम अखिलेश यादव स्वयं को तीसरे मोर्चे के नेता के तौर पर प्रोजेक्ट करने में लगे हैं।
ऐसे में वे मुलायम सिंह यादव के चित्रों को पार्टी की सदस्यता पर्चियों से तक हटा रहे हैं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव को लगभग अलग कर दिया है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर जो नेता हैं वे सीएम अखिलेश यादव को तीसरे मोर्चे का प्रमुख नहीं बनने देना चाहते हैं। इन नेताओं में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार सीएम नीतीश कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, बसपा प्रमुख मायावती, एआईडीएमके के नेता आदि के नाम लिए जा रहे हैं।
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