अफगानिस्तान में झगडे की कवरेज के चलते फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के पश्चात् उनके पिता मो अख्तर सिद्दीकी ने सरकार से निवेदन किया है कि उनके पार्थिव शरीर को शीघ्र से शीघ्र भारत लाया जाए। उन्होंने बताया कि आज दोपहर से पहले हमें उनके दफ्तर से जानकारी प्राप्त हुई कि दानिश के साथ यह दुर्घटना हो गई है। दानिश समाचार एजेंसी रॉयटर के लिए काम करते थे तथा 2018 में उन्हें पुलित्जर अवार्ड हासिल हुआ था।
वही उनके पिता अख्तर सिद्दीकी ने कहा कि वे अपने आधिकारिक अनुबंध पर अफगानिस्तान गए थे। उन्होंने बताया, उन्हें ऐसी स्थिति में काम करने की आदत थी। ऐसा कभी लगा नहीं कि वह तनाव में थे। विदेश मंत्रालय से हमारे समीप खबर आई, उन्होंने कहा कि वे ट्रेस करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी सिफारिश है कि उनके शव को शीघ्र से शीघ्र यहां लाया जाए।”
साथ ही उन्होंने कहा कि दानिश से उनकी निरंतर बात हो रही थी। उन्होंने बताया, “वे वहां सहज थे, परसों ही हमारी बात हुई थी। भारत सरकार प्रयास कर रही है, मगर क्योंकि यह कमिटमेंट नहीं है तो सिर्फ हम यही निवेदन करेंगे कि जल्द से जल्द उन्हें यहां लाया जाए।” सिद्दीकी की मौत कंधार के स्पिन बोलदाक जिले में झड़पों के चलते हुई। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि काबुल में हमारे राजदूत अफगान अफसरों के साथ कांटेक्ट में हैं। उन्होंने बताया, हम उनके (दानिश सिद्दीकी) परिवार को सभी अपडेट की खबर दे रहे हैं।
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