आपको बता दे कि बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की फ़िल्म 'पैडमैन' सेनिटरी हाईजीन के मुद्दे पर आधारित है और अब इसी मुद्दे पर एक और फ़िल्म 'फुल्लू' आ रही है, जिसमें 'फ़िल्मिस्तान' एक्टर शारिब हाशमी लीड रोल निभा रहे हैं. जी हाँ, जनाब इस फिल्म का एक पोस्टर भी पूर्व में रिलीज हुआ था. जिसमे हमे एक्टर शारिब हाशमी एक सेनिटरी पैड पर लेटे हुए दिखाई दे रहे है. फिल्म के इस पोस्टर पर टैगलाइन लिखी है कि- जो औरत का दर्द नहीं समझता, भगवान उसे मर्द नहीं समझता.
पोस्टर से ज़ाहिर है, शारिब फुल्लू नाम के किरदार में हैं. फ़िल्म 16 जून को रिलीज़ हो रही है. अब इस फिल्म पर सेंसर की भी बिजली गिरी है. जी हाँ बता दे कि, अब सेंसर बोर्ड ने महिलाओं की मासिक धर्म की समस्या पर बनी फिल्म 'फुल्लू' को 'ए' सर्टिफिकेट दे कई सारी अंगुलियां अपनी तरफ मोड़ ली हैं. सेसर बोर्ड द्वारा इस फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिए जाने पर सोशल मीडिया में खासा बवाल मच गया है. ट्विटर पर कई लोगों ने इस बात पर नाराजगी जतायी है कि इस फिल्म को आखिर 'ए' सर्टिफिकेट किसी आधार पर दिया गया है.
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, 'मासिक धर्म से जुड़ी शिक्षा किशोरियों के लिए ही सबसे ज्यादा जरूरी है तो इस फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट क्यों दिया गया है.' गौरतलब है कि अभी कुछ समय पहले ही सेंस बोर्ड ने कुछ दिनों पहले फिल्ममेकर प्रकाश झा की फिल्म 'लिप्स्टिक अंडर माई बुर्का' को भारत में बैन करने के अपने फैसले के चलते सेंसर बोर्ड सुर्खियों में आया था.
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