श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उत्कृष्ट सेवा के लिए दिए जाने वाले पुलिस सेवा मेडल से शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाने का निर्णय लिया है। इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) भड़क गई है और इसे गलत फैसला बताया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि यह फैसला जम्मू-कश्मीर के इतिहास को मिटाने की कोशिश है, लेकिन वह शेख अब्दुल्ला हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे। बता दें कि सोमवार को ही इस संबंध में गृह मंत्रालय की तरफ से आदेश दिया गया था और अब जम्मू-कश्मीर पुलिस सेवा मेडल्स में शेख अब्दुल्ला की जगह भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ को अंकित किया जाएगा।
NC के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि, 'राष्ट्रीय चिह्न के प्रति पूरा सम्मान प्रकट करते हुए मैं कहना चाहूंगा कि सरकार ने इतिहास, पहचान और हमारे नायकों की पहचान को मिटाने के प्रयास के तहत ही यह कदम उठाया है।' डार ने कहा कि नामों को हटाने से कुछ भी नहीं बदलेगा, बल्कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख अब्दुल्ला हमेशा जनता के दिलों पर राज करते रहेंगे। उन्होंने कहा है कि आज जम्मू-कश्मीर के लोग जहां भी हैं, उसके लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया है। उन्होंने हमेशा ही तानाशाही और उत्पीड़न के विरुद्ध लड़ाई लड़ी है। इसे कोई भी बदल नहीं सकता। नाम बदलकर या उनकी जगह पर कुछ और लाकर इसे बदला नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि शेख अब्दुल्ला हमेशा लोगों के दिलों पर राज करेंगे। भले ही जम्मू कश्मीर का प्रशासन और उनके आका कुछ भी फैसला ले लें। बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आदेश दिया है कि पुलिस सेवा मेडल में अब शेख अब्दुल्ला की फोटो नहीं होगी, बल्कि अशोक स्तंभ बना होगा। इतना ही नहीं अब इसका नाम भी शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल नहीं, बल्कि जम्मू एवं कश्मीर पुलिस मेडल कर दिया गया है। इस फैसले का भाजपा सहित कई संगठनों ने स्वागत किया है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसका विरोध किया है। शेख अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक थे और कश्मीर के सीएम भी थे।
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