वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के आने जाने पर पाबन्दी लगा दी गई है। आगे से सभी भक्त मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे से ही जलाभिषेक कर पाएंगे। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया है कि विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने यहां मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर स्थायी रोक लगा दी है।
उन्होंने बताया है कि भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सावन महीने में अस्थायी तौर की गई इस बार किए गए इंतज़ाम को स्थायी कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे से ही जलाभिषेक का इंतज़ाम किया गया था। इससे पूरे सावन भर काफी अच्छे नतीजे देखने को मिले। सभी श्रद्धालुओं ने बगैर किसी समस्या के आसानी से जलाभिषेक किया। वहीं, प्रशासन को भी भीड़ से अधिक दिक्कत नहीं हुई।"
विशाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसी ही व्यवस्था झारखंड के देवघर में स्थित बैजनाथ धाम में भी की गई है। इसीलिए अब मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है कि इस अस्थायी व्यवस्था को स्थायी किया जाए। अब भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सिंह ने कहा, "मंदिर में गर्भगृह के चार द्वार हैं। भक्त प्रवेश करने और बाहर जाने के लिए दो द्वारा का ही उपयोग करते है। भीड़ बढ़ने पर दबाव काफी हो जाता है, इसलिए अब श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।''
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