हिंदू धर्म के शास्त्रों में यह बताया गया हैं, कि श्राद्ध यानी की पितृपक्ष के 15 दिनों तक हमारे पूर्व यानी कि वे लोग जो हमें छोड़ कर जा चुके हैं वह धरती पर आते हैं. ऐसे में इस बार 13 सितंबर यानी की बीते शुक्रवार के दिन से श्राद्ध शुरु हो रहे हैं जो कि 28 सितंबर को पूरे होगे. कहा जाता है कभी भी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे पितृ को बुरा लगे. ऐसे में ऐसे काम भी नहीं करने चाहिए जिससे उनकी आत्मा को किसी भी तरह की परेशानी और कष्ट हो. केवल इतना ही नहीं इन 15 दिनों में श्रद्धों का पूजा करते हुए भी खास ध्यान रखना होता हैं कुछ बातें कभी नहीं भूलनी चाहिए जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से काम हैं जो इन 15 दिनों करने चाहिए.
कहते हैं पितर पक्ष के दिन ब्रह्मणों को विशेष भोजन बना कर करवाना चाहिए और इसमें जमाई, भांजा,मामा, गुरु व नाती जरूर होना चाहिए. इसी के साथ ऐसा करने से पूर्वज बहुत ही खुश हो जाते हैं. इसी के साथ ब्राह्मणों को भोजन करवाते वक्त भोजन की थाली दोनों हाथों से पकड़े क्योंकि अगर थाली को आप एक हाथ से पकड़ते हैं तो भोजन का अंश राक्षसों को अर्पित हो जाता हैं वही ब्राह्मणों को भोजन करवाने के बाद उस अन्न का अंश ग्रहण न करें.
कहते हैं इन दिनों द्वार पर आने वाले किसी भी जीव के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए और रोज भोजन करने से पहले गाय, कुत्ता, कौए व बिल्ली के लिए खाना जरूर निकाल देना चाहिए. इसी के साथ इन दिनों रोजाना घर के दरवाजे पर दीपक जलाकर अपने पूर्वजों का ध्यान कर उनसे खुशहाली की प्रार्थना करनी चाहिए.
शनिवार के दिन सुबह-सुबह करें हनुमान लला की यह आरती
आज बन रहा है महायोग, धन पाने के लिए करें अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ