पेइचिंग। चीन और भारत के बीच विवादित डोकलाम मामले में चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग की नीतियों और उनके रूख को कुछ लोग कम आंक रहे थे। मगर इस मामले में पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने प्रेसिडेंट के प्रयासों को संतोषजनक बताया हैं उनका कहना था कि चीन ने सीमा विवाद को लेकर जो प्रतिक्रिया दी उसे पीएलए ने एक तरह से सुरक्षित रास्ता बताया है।
हालांकि यह भी कहा गया है कि, अन्य देशों के भूभाग को हड़पने की नीति के कारण चीन के किसी अन्य पड़ोसी देश से सौहार्दपूर्ण रिलेशन नहीं हैं। इस मामले में चीन की सैन्य इकाई सेंट्रल मिलिटरी कमिशन द्वारा कहा गया कि, चीन ने उन क्षेत्रों में प्रवेश नहीं किया जो भारत के अधिकार में थे।
साथ ही चीन के रक्षा मंत्रालयों ने भारत और चीन के बीच उपजे विवाद पर सूक्ष्मता से ध्यान दिया था। उनका कहना था कि, यह मसला सुरक्षित तरह से हल किया गया है। उन्होंने चीन के रूख को अच्छी तरह से पेश किया और भारत व चीन के सीमा विवाद को शांतिपूर्ण तरह से हल कर लिया गया।
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