नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले सभी दलों से एकजुटता का आह्वान करते हुए पुरानी कड़वाहट को भुलाकर भारत के विकास के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, "मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, हमने किया है, लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना जनादेश दे दिया है।"
विपक्ष से मतभेदों को भुलाकर राष्ट्रीय कल्याण के हित में एकजुट होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, "मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि वे दलगत भावना से ऊपर उठकर देश के लिए समर्पित हों तथा अगले 4.5 वर्षों तक संसद के इस गरिमामय मंच का उपयोग करें।" पीएम मोदी ने आगे कहा कि, "जनवरी 2029 के चुनावी वर्ष में आप कोई भी खेल खेल सकते हैं, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भाग लेना चाहिए।" प्रधानमंत्री की यह अपील ऐसे समय में आई है जब NDA गठबंधन लगातार तीसरी बार सत्ता में आया है। किसी गैर कांग्रेस और गैर गांधी-नेहरू सरकार को पहली बार ये गौरव प्राप्त हुआ है। इसको लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ''यह एक ऐसा मील का पत्थर है जो 60 वर्षों में हासिल नहीं हुआ है।" मतदाताओं से किए गए वादों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने भविष्य को आकार देने में बजट 2024 की भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, "हम देश के लोगों को गारंटी देते रहे हैं, और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है। यह बजट अमृत काल के लिए एक महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे अगले पांच वर्षों के कार्यकाल की दिशा तय करेगा। यह बजट 2047 तक 'विकसित भारत' के हमारे सपने का एक मजबूत आधार भी बनेगा।" प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत वर्तमान में 8 प्रतिशत की विकास दर का अनुभव कर रहा है, जो देश को अवसरों के शिखर पर पहुंचा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी राजनीतिक दलों और संसद सदस्यों का यह कर्तव्य है कि वे अगले पांच वर्षों तक मिलकर काम करें।
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