नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के चलते परेशान प्रवासी मजदूरों को गांव वापस भेजने के लिए शीर्ष अदालत में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है. ये याचिका वकील प्रशांत भूषण ने दाखिल की है. इस याचिका में लॉकडाउन में फंसे मजदूरों का मसला उठाया गया है. शीर्ष अदालत में प्रशांत भूषण की इस याचिका की सुनवाई सोमवार को की जा सकती है.
सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल याचिका में कहा गया है कि लॉकडाउन से मजदूर परेशान हैं. इन लोगों की कोरोना जांच करवाने के बाद गांव वापस भेजा जाना चाहिए. जबरदस्ती घर से दूर रखना उनके मौलिक अधिकार का हनन है. सरकार प्रवासी मजदूरों के जाने का इंतज़ाम करे. बता दें कि लॉकडाउन के कारण दिल्ली व अन्य राज्यों में बड़ी तादाद में मजदूर फंसे हुए हैं. इन लोगों के लिए राज्य सरकारों द्वारा खाने का बंदोबस्त किया जा रहा है. इन प्रवासी मजदूरों के खाने का इंतज़ाम पुलिस, आरपीएफ से लेकर आम लोग भी कर रहे हैं.
आपको बता दें कि भारत में कोरोना का प्रकोप जारी है. देश में संक्रमितों की तादाद बढ़कर 14 हजार 378 हो गई है जबकि इस बीमारी से अब तक 480 मरीजों की मौत हो गई है. हालांकि सुकून की बात यह है कि 1992 लोग इस महामारी से स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं.
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