नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सांसदों ने संसद परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात कर उनके द्वारा पिछड़े वर्ग के आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए आभार प्रकट किया गया. पार्टी के पिछड़ा वर्ग के सांसदों ने इसे पिछड़े वर्गों की एक लंबित मांग को पूरा करने का ऐतिहासिक कदम बताया.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछड़े वर्ग के जातियों के कल्याण के कार्य को संवैधानिक आयोग को सौपने से उनकी जीवन में बदलाव के बेहतर अवसर आएँगे. उन्होंने कहा कि सरकार ये प्रबंध करेगी कि मंत्रालय से भी इसके शंका के समाधान को सभी वर्गों तक पहुँचाने का प्रबंध किया जायेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक जीवन में गरीबों के हित का काम करने से जो मन को संतोष प्राप्त होता है, वह अतुलनीय होता है.
इस विशिष्ट कार्य के लिए प्रधानमंत्री ने विपक्षीय दल के रवैये पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि लम्बे समय से जिस विषय को लेकर ओबीसी संसदीय समिति की सिफारिश, और सभी दलों के सांसदों ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें मिलकर संविधान के इस संशोधन को करने का आग्रह किया उसे लोकसभा में सर्वसम्मति से तो पारित किया गया, लेकिन राज्यसभा में रोक दिया गया. इस तरह के नकारात्मक राजनीति से पिछड़े वर्ग के अधिकारों को रोकना खेद जनक है. सांसदों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि एक सांसद के नाते मै 1977 से इस मुद्दे के लिए लड़ रहा था, परन्तु आज यह सुखद संयोग है कि नियति ने प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी जैसे दृढ नेतृत्व के माध्यम से इस कार्य को पूरा किया.
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