बीजिंग : नेपाल में चीनी कचोपा ग्रुप लिमिटेड कंपनी द्वारा तैयार की गई अपर त्रिशूल 3ए पनबिजली परियोजना (Upper Trishuli 3A Hydroelectric Project) की सोमवार को औपचारिक तौर पर आरंभ कर दी गई है. एक विशेष कार्यक्रम में नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने राजधानी काठमांडू में इसका आगाज़ किया है. ओली ने पीएम भवन में 60 मेगावाट पनबिजली उत्पादन परियोजना के प्रतीकात्मक बटन को दबाकर इसका उद्घाटन किया और दूसरे अफसरों के साथ परियोजना का वीडियो भी देखा.
ओली ने कहा कि अपर त्रिशूल पनबिजली के प्रयोग से देश में बिजली के आयात में कमी आएगी और आर्थिक विकास को ताकत मिलेगी. औद्योगीकरण और कृषि आधुनिकीकरण को इससे सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि अन्य निमार्णाधीन पनबिजली परियोजनाओं के पूरा होने के बाद नेपाल का अर्थतंत्र मजबूत होगा. अपर त्रिशूल पन बिजलीघर चीन बॉर्डर से सटे नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र रसुवा क्षेत्र में स्थित है.
यह चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सीमावर्ती चिलोंग कांउटी से 32 किमी दूर स्थित है. इस पन बिजलीघर में कुल दो जेनरेटर सेट हैं. प्रत्येक की उत्पादन क्षमता 30 मेगावाट है. इस परियोजना को तैयार करने के लिए कुल 12 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की रकम का निवेश किया गया. इस साल मई और अगस्त महीने में दोनों जेनरेटर सेट का संचालन आरंभ हुआ. बताया गया है कि इस पन बिजलीघर से नेपाल में करीब आठ फीसद की बिजली मांग पूरी होगी. इस परियोजना का निर्माण जून 2011 में आरंभ हुआ.
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