नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी और तीनों सेनाओं के चीफ समेत कई गणमान्य लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूर्व राष्ट्रपति का सोमवार की शाम सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में देहांत हो गया था। वह 84 वर्ष के थे।
अस्पताल से प्रणब मुखर्जी की पार्थिव देह को आज उनके सरकारी निवास 10, राजाजी मार्ग लाया गया, जहां गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार आज दोपहर दो बजे लोधी रोड श्मशान घाट में किया जाएगा। पूर्व राष्ट्रपति के देहांत पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि, 'केंद्रीय कैबिनेट ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के देहांत पर गहरा दुख जाहिर किया और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। मंत्रिमण्डल ने उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा।'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देशभर के लिए गहरे दुख और सदमे की बात है कि भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी हम सबके बीच में नहीं रहे। सबको एकसाथ रखने की कला में प्रणब मुखर्जी को महारत हासिल थी। जब सत्ता में थे तो विपक्ष के लोगों के साथ समन्वय बिठाने में वो हमेशा काम करते रहे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बने तब राष्ट्रपति पद की गरिमा को भी बढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। राष्ट्रपति भवन को आम आदमी के लिए खोलना ये उनका काफी बड़ा फैसला था।
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