नई दिल्ली: देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। तत्पश्चात, उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने उन तमाम योजनाओं का जिक्र किया, जो उनके 10 वर्षों के कार्यकाल के चलते निर्धनों तक पहुंचीं। पीएम ने आवास योजना से लेकर स्वनिधी योजना की सफलता के बारे में लालकिले की प्राचीर से देशवासियों को बताया। साथ ही प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा जयंति पर एक नई योजना की शुरुआत करने की घोषणा की। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले वक़्त में विश्वकर्मा जयंति पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए हम आने वाले महीने में 'विश्वकर्मा योजना' (Vishvakarma Yojana) की शुरुआत करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार इस योजना के माध्यम से पारंपरिक कौशल वाले लोगों को सहायता पहुंचाएगी। इसमें सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार जैसे पारंपरिक कौशल वाले व्यक्तियों को सम्मिल्लित किया जाएगा तथा उन तक सहायता पहुंचाई जाएगी।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश का सामर्थ्य बढ़ रहा है। पाई पाई निर्धन के लिए खर्च करने वाली सरकार हो, तो परिणाम क्या आता है, वो देखा जा सकता है। मैं 10 वर्षों का हिसाब तिरंगे के नीचे से दे रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना से 20 लाख करोड़ रुपये की रकम युवाओं को अपने कारोबार शुरू करने के लिए दिए गए हैं। इस योजना के माध्यम से 8 करोड़ लोगों ने अपना कारोबार आरम्भ किया है तथा हर कारोबार ने 1-2 लोगों को रोजगार दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने लाखों करोड़ के घोटाले को बंद किया तथा गरीब कल्याण के लिए अधिक अधिक धन खर्च किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले केंद्र की ओर से प्रदेश को 30 लाख करोड़ रुपये का फंड दिया जाता था। बीते 10 वर्षों में हमने इसे बढ़ाकर 100 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा दिया है। अपने संबोधन के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की युवा शक्ति पर मेरा विश्वास है। युवा शक्ति में सामर्थ्य है और हमारी नीतियां भी उसी युवा सामर्थ्य को और बल देने के लिए हैं। हमारे देश के युवाओं ने दुनिया के पहले 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है। आज भारत के इस सामर्थ्य को देखकर दुनिया के युवाओं को आश्चर्य हो रहा है।
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