बीते एक वर्ष से कोविड-19 संक्रमण के शिकार भारत में शनिवार को वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई. देश में टीकाकरण की शुरुआत से पहले पीएम ने देशवासियों को संबोधित कर चुके है. उन्होंने बोला कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद भी किसी भी किस्म की लापरवाही नहीं बरतनी होगी. प्रधानमंत्री ने लोगों से अनुरोध किया है कि सभी लोग वैक्सीनेशन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. उन्होंने कहा भारत चौबीसों घंटे सतर्क रहा. हमने सही वक़्त पर सही निर्णय किया.
संबोधन के बीच पीएम नरेंद्र मोदी उन स्वास्थ्य कर्मियों को याद कर के भावुक हो गए जो कोविड संक्रमण की चपेट में आकर कभी घर नहीं लौट पाए. पीएम ने दिवंगत स्वास्थ्य कर्मियों को याद करते संबोधन में कहा- 'हमारे सैंकड़ों साथी ऐसे भी हैं, जो लौट कर घर नहीं आ पाए.' अपनी बात को जारी रखते हुए पीएम मोदी ने कहा हमारे डॉक्टर, पुलिस के साथी, दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर्स ने मानवता के प्रति अपने दायित्व को प्राथमिकता दी है. इनमें से अधिकार अपने बच्चों और परिवार से दूर रहे. कई कई दिन तक घर नहीं गए. सैंकड़ों साथी ऐसे भी हैं, जो कभी घर वापस लौट कर नहीं आ पाए. उन्होंने एक एक जीवन को बचाने के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया.
रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम ने कहा- इसलिए आज कोरोना का प्रथम टीका, स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को लगाकर एक तरह से समाज, अपना ऋण चुका सकता है. यह टीका उन सभी साथियों के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की आदरांजलि भी है. जिसके पूर्व पीएम ने यह भी कहा कि भारत ने इस महामारी से जिस प्रकार से मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरा विश्व मान रहा है. केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, हर सरकारी संस्थान, सामाजिक संस्थाएं, कैसे एकजुट होकर बेहतर काम कर सकते हैं, ये उदाहरण भी भारत ने दुनिया के सामने रखा.
बंगाल में 200 सीट कैसे जीतेगी भाजपा ? अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को बताया प्लान
भारतीय वैक्सीन Covishield को नेपाल ने दी मंजूरी, इतने डोज़ का किया आर्डर !
60 दिनों के बाद निर्यात ने सकारात्मक प्रक्षेपवक्र में किया प्रवेश