नई दिल्ली: अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद पर माननीय उच्चतम न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला आने के कुछ घंटों बाद कल शाम लगभग आठ बजकर चार मिनट पर पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से एक ट्विट किया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि सभी को मिलाद-उल-नबी की हार्दिक बधाई. पैंगबर मुहम्मद के विचारों से प्रेरित होकर समाज में सद्भाव और करुणा की भावना को बढ़ाया जा सकता है. चारों तरफ शांति स्थापित हो सकती है.
उल्लेखनीय है कि इस्लाम के अंतिम प्रवर्तक पैगंबर हजरत मुहम्मद की जन्म की खुशी में मिलाद-उल-नबी का त्यौहार मनाया जाता है. बताया जाता है कि हजरत मुहम्मद विश्व में अमन चैन के बहुत बड़े हिमायती थे. वो समाज में बगैर किसी भेदभाव के सामाजिक समसरता तथा सद्भाव के पक्षधर थे. ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद इस वर्ष 10 नवंबर को मनाया जा रहा है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक इस्लाम के तीसरे माह रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख, 571 ईं. के दिन ही मोहम्मद साहेब का जन्म हुआ था, जो कि इस बार 10 नवंबर को है.
आपको बता दें कि पैगंबर हजरत मोहम्मद को इस्लाम धर्म का संस्थापक माना जाता है. इस दिन मजलिसें लगाई जाती हैं. पैगंबर मोहम्मद द्वारा दिए गए पवित्र संदेशों को प्रसारित किया जाता है. उनकी याद में शायरी और कविताएं पढ़ी जाती हैं. मस्जिदों में नमाज़ें अदा की जाती हैं.
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