विदिशा: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। जी दरअसल PM मोदी ने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'मध्य प्रदेश के विदिशा में हुए हादसे से दुखी हूँ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से प्रत्येक जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।'' आप सभी को बता दें कि विदिशा जिले में बीते गुरुवार रात दिल दहला देने वाला हादसा हुआ था। यहाँ लाल पठार में एक कुएं में एक बच्चा गिर गया और उसे बचाने जब लोग पहुंचे तो पूरा कुआं ही धंस गया। उस दौरान कुएं के आसपास भारी भीड़ थी, जिसकी वजह से करीब 40 लोग उसमें गिर गए।
Anguished by the tragedy in Vidisha, Madhya Pradesh. My condolences to the bereaved families. An ex-gratia of Rs 2 lakh each from PMNRF (Prime Minister's National Relief Fund) would be given to the next of kin of those who lost their lives: Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/Zqir0PA5BM
— ANI (@ANI) July 16, 2021
अब इस मामले में राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारजनों को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। इसी के साथ घायलों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस हादसे के होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। NDRF की टीम राहत-बचाव कार्य में लगी थी जो अब सम्पन्न हो चुका है। आपको बता दें कि विदिशा जिले के गंजबासौदा में हुए हादसे के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन अब खत्म हो चुका है।
जी हाँ और कुएं में से 11 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं, वहीँ 19 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। सबसे खास बात यह है कि यह ऑपरेशन जिस मासूम के कुएं में गिरने के साथ शुरू हुआ था, उसी बच्चे का शव निकलने के साथ खत्म हुआ है। CM शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए लिखा, ''गंजबासौदा का 24 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो गया है, 11 पार्थिव शरीर निकाले गये हैं, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।''
इतने करोड़ रुपए में बिकी दुनिया की सबसे पुरानी व्हिस्की
World Day for International Justice: जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस ?