नई दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू की राह पर चल निकले है. दरअसल 65 साल बाद एक बार फिर इलाहाबाद में कुंभ का आयोजन सीधे प्रधानमंत्री की देखरेख में होने जा रहा है. इससे पहले पीएमओ 1954 में हुए कुंभ की निगरानी कर रहा था. दशकों बाद ऐसा होगा जब प्रधानमंत्री कुंभ मेले पर सीधे नजर रखेंगे.
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चुनावी वर्ष 2019 में होने वाले इस मेले से मोदी सरकार काफी कयास लगाए बैठी है. इसी कारण सरकार की तरफ से कुंभ की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है. इसलिए इसके प्रचार-प्रसार से लेकर इसके सारे इंतजाम पर प्रधानमंत्री की सीधी नजर है.
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सूत्रों की माने तो पीएम कुंभ से पहले इसकी तैयारियों का जायजा लेने इलाहाबाद भी जा सकते हैं. बता दें कि 1954 के कुंभ को लेकर भी केंद्र सरकार बहुत सवेंदनशील थी. स्पष्ट रूप से तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि कुंभ की तैयारियों में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. 1954 में मेले की तैयारियों के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई. मेले की हर जानकारी सीधे पुलिस हेडक्वॉर्टर को भेजी जाती थी. वर्तमान मोदी सरकार भी 2019 में होने जा रहे कुंभ को लेकर कुछ ऐसी ही तैयारी करने वाली है.
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