नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अहमदाबाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 10 नई हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। प्रधान मंत्री ने कहा कि देश के विकास के लिए पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्य "सिर्फ एक ट्रेलर" हैं। कई रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद मोदी ने कहा, ''यह दिन इच्छाशक्ति का जीता-जागता सबूत है. देश के युवा तय करेंगे कि उन्हें कैसा देश और कैसा रेलवे चाहिए।''
उन्होंने कहा, "ये 10 साल का काम अभी तो ट्रेलर है, मुझे तो और आगे जाना है।" उन्होंने यह भी कहा, 'आजादी के बाद जो सरकारें आईं उन्होंने राजनीतिक स्वार्थ को प्राथमिकता दी...भारतीय रेलवे उसका बड़ा शिकार है।' पीएम मोदी ने कहा, "मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि आज जो उद्घाटन हुआ है, वह आपके वर्तमान के लिए है। आज जो शिलान्यास हुआ है, वह आपके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर आया है।"
उन्होंने कहा कि, "आजादी के बाद जो सरकारें आईं, उन्होंने राजनीतिक स्वार्थ को प्राथमिकता दी। भारतीय रेलवे इसका सबसे बड़ा शिकार है। मैंने सबसे पहले रेलवे को सरकार के बजट में शामिल किया। इसके कारण, अब सरकारी धन का उपयोग रेलवे के विकास के लिए किया जा रहा है।” ये 10 नई ट्रेनें अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, पुरी-विशाखापत्तनम, मैसूर-एमजीआर सेंट्रल (चेन्नई), पटना-लखनऊ, न्यू जलपाईगुड़ी-पटना, लखनऊ-देहरादून, कालाबुरागी- सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरु, वाराणसी -रांची और खजुराहो-निजामुद्दीन (दिल्ली) के बीच संचालित होंगी। बता दें कि, प्रधान मंत्री ने 2010 में दिल्ली से वाराणसी तक पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी, तब से भारतीय रेलवे नेटवर्क में कुल 41 ऐसी ट्रेनें चल रही हैं।
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