शिमला: भाजपा सांसद कंगना रनौत ने आज मंगलवार (6 अगस्त) को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर केंद्र सरकार के कोष के लोगों को आवंटन को लेकर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री सुखू को धन देते हैं, लेकिन वह इसे लोगों को नहीं देते हैं। कंगना ने दावा किया कि विनाशकारी बाढ़ से विस्थापित लोगों को केंद्र सरकार के कोष से उन्हें आवंटित 7 लाख रुपये नहीं मिले हैं और उन्होंने मांग की कि एक विशेष जांच कराई जाए।
भाजपा सांसद ने कहा कि, "राज्य सरकार की हालत सबके सामने है। विस्थापितों को केंद्र सरकार के कोष से आवंटित 7 लाख रुपये की राशि नहीं मिली है। राज्य सरकार को क्षेत्र के लोगों से कोई मतलब नहीं है। पीएम मोदी सुखू जी को फंड देंगे, लेकिन वह लोगों को नहीं देंगे। यहां विशेष जांच होनी चाहिए।" उल्लेखनीय है कि, 1 अगस्त को हुए भयावह बादल फटने के बाद शिमला के रामपुर के पास बाढ़ प्रभावित समेज गांव में राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन और अत्यधिक बारिश के कारण राज्य में दो राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 85 सड़कें बंद हैं। राज्य में कुल 116 बिजली आपूर्ति योजनाएं और 65 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुई हैं। सोमवार को लाहौल और स्पीति जिले में भयावह बादल फटने की घटना हुई। चिचम क्षेत्र से प्राप्त तस्वीरों में बादल फटने के कारण दो पुल बहते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इसको लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू ने वित्तीय सहायता के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से संपर्क किया, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मिली है। सीएम ने कहा कि, "हम स्थिति को सामान्य करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से बात की है, लेकिन अभी तक हमें केंद्र सरकार से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है। हमें उम्मीद है कि हमें जल्द ही मदद मिल जाएगी।"
दिग्गज भाजपा नेता एलके आडवाणी की तबियत बिगड़ी, अपोलो अस्पताल में हुए भर्ती
फर्जी शिकायतों से पुलिस को ही ब्लेकमैल करता था सरफराज अहमद, ऐंठता था पैसा, ऐसे हुआ गिरफ्तार