नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस दौर किसी भी फोटो, वीडियो और ऑडियो को मैनिपुलेट या छेड़छाड़ करके बिल्कुल अलग बनाया जा सकता है। पिछले दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टूल्स का इस्तेमाल करके जब एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक (Deepfake) वीडियो वायरल हुआ तो हर कोई दंग रह गया। वही अब स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी डीपफेक को लेकर गहरी चिंता जताई है तथा कहा कि डीपफेक समाज में बड़ी अशांति उत्पन्न कर सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लाइन से हटकर एक लाइन भी हंगामा खड़ा कर सकती है। उन्होंने कहा कि जेनरेटिव एआई के जरिए तैयार तस्वीरों या वीडियोज में एक स्पष्ट डिस्क्लेमर होना चाहिए जिसमें लिखा हो कि यह डीपफेक का इस्तेमाल करके बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने डीपफेक को भारतीय प्रणाली के सामने सबसे बड़े खतरों में से एक बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डीपफेक समाज में अराजकता उत्पन्न कर सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को और मीडिया को डीपफेक से बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैंने अपना एक एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा कर रहा हूं तथा यह बहुत वास्तविक लग रहा था जबकि मैंने बचपन से गरबा नहीं खेला है।'
आपको बता दे कि पिछले महीने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी का गरबा डांस बताकर एक वीडियो जमकर वायरल हुआ। इसमें प्रधानमंत्री जैसा नजर आ रहा एक व्यक्ति कुछ महिलाओं के साथ गरबा करता दिखाई दे रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह नवरात्र में गरबा खेलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी का वीडियो है। इस दावे के साथ यह वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर जमकर वायरल हो रहा है। वही रिपोर्ट्स में पाया गया कि ये वीडियो पीएम मोदी का नहीं बल्कि उनके जैसे दिखने वाले एक अभिनेता विकास महंते का है।
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