नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कारगिल विजय दिवस पर 'तुच्छ राजनीति' करने का आरोप लगाया। खड़गे ने एक्स पर लिखा कि, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जैसे अवसरों पर भी तुच्छ राजनीति कर रहे हैं। किसी भी प्रधानमंत्री ने पहले ऐसा कभी नहीं किया।"
खड़गे ने आगे लिखा कि, "मोदी जी, यह आप ही हैं जो झूठ फैला रहे हैं! पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि 'अग्निपथ योजना' में 75% भर्तियों को स्थायी रूप से लिया जाना था और 25% लोगों को 4 साल बाद जाने दिया जाना था। लेकिन मोदी सरकार ने इसके विपरीत किया और तीनों सशस्त्र बलों के लिए इस योजना को जबरन लागू किया।" खड़गे ने कहा कि, "समाचार रिपोर्टों के अनुसार, पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने अपनी पुस्तक में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक दिया है, यह भी कहा है कि 'अग्निपथ योजना' सेना के लिए चौंकाने वाली थी, और नौसेना और वायु सेना के लिए यह "अचानक आई बिजली" की तरह थी!"
इसके अलावा, खड़गे ने दावा किया कि कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने अग्निपथ की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण पृष्ठभूमि के युवाओं की आकांक्षाओं को खतरे में डाल रहा है। खड़गे के अनुसार, कई पूर्व अधिकारी मांग कर रहे हैं कि अग्निपथ योजना को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाना चाहिए। खड़गे ने कहा, "ये सब रिकॉर्ड में है। अग्निवीरों को कोई पेंशन, कोई ग्रेच्युटी, कोई पारिवारिक पेंशन, कोई उदारीकृत पारिवारिक पेंशन और अपने बच्चों के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता है।"
बता दें कि, जून 2022 में घोषित अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सशस्त्र बलों में चार साल की छोटी अवधि के लिए कर्मियों की भर्ती की जाती है। चार साल के अंत में, 25% तक भर्तियाँ, जिन्हें अग्निवीर कहा जाता है, योग्यता और अन्य आवश्यकताओं के अधीन स्थायी कमीशन (15 और वर्ष) पर सेवाओं में शामिल हो जाती हैं। बाकी अग्निवीरों के लिए केंद्रीय शस्त्रबलों भाजपा शासित कई राज्यों ने अपने पुलिस बलों में आरक्षण देने का ऐलान किया है।
बता दें कि, इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अग्निवीर योजना पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा था। द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने अग्निपथ योजना की आलोचना करने के लिए विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वे देश के युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि, "इससे पता चलता है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने वन रैंक वन पेंशन (OROP) के बारे में झूठ बोला था। यह हमारी सरकार है जिसने वन रैंक वन पेंशन लागू की और पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए । ये वही लोग हैं जिन्होंने युद्ध स्मारक नहीं बनवाया, ये वही लोग हैं जिन्होंने सीमा पर तैनात हमारे सैनिकों को पर्याप्त बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं मुहैया कराई। ये वही लोग हैं जिन्होंने हमारी सेना को कमजोर करने की कोशिश की।"