लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बुखार से तप रहे मरीजों को अभी भी राहत मिलती नज़र नही आ रही है। सूबे में मच्छरों का आतंक जारी है और अस्पताल बुखार के मरीजों से भरे पड़े हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य में बुखार के 268 नए मरीज मिले हैं। वहीं अब तक कुल मरीज़ों की तादाद 9 हजार के पार पहुंच गई है। इनमें लखनऊ के 21 नए मरीज भी शामिल हैं।
प्रदेश में मच्छरजनित और बैक्टीरियल बीमारी का प्रकोप बेकाबू होता दिखाई दे रहा है। जलभराव व गंदगी के कारण स्क्रब टाइफस, लेप्टोस्पायरोसिस व डेंगू-मलेरिया घातक स्थिति में पहुंच गए हैं। राज्य में हजारों मरीज बुखार से तप रहे हैं। राज्य में 1 जनवरी से अब तक मरीजों की कुल तादाद 9 हजार 245 हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने यूपी के फिरोजाबाद जिले में ज्यादातर मौतों का कारण डेंगू बुखार के डी-टू स्ट्रेन को बताया है।
ICMR ने बताया है कि यह स्ट्रेन बहुत घातक और जानलेवा है। यह अक्सर ब्लीडिंग की वजह बनता है। इसके साथ ही यह प्लेटलेट काउंट को भी तेजी से प्रभावित करता है। यह स्ट्रेन मथुरा और आगरा में भी पाया गया है। ICMR ने हिदायत दी है कि किसी भी बुखार को हल्के में न लें, चाहे वह मलेरिया हो, डेंगू हो या कोविड। इस समय कोविड व डेंगू दोनों का खतरा है। यह दोनों जानलेवा भी हो सकतें हैं।
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