होंगझोऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद व तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप के बीच जी - 20 सम्मेलन के दौरान बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस के संबंधों पर चर्चा की। दोनों ही नेता एक दूसरे के देशों के हितों पर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान स्काॅर्पीन पनडुब्बी लीक मामले पर दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने बात की। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयीप एदाॅगन के साथ भी भी चर्चा हुई।
यह बैठक अलग हुई। इसमें तुकी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को एक अलग स्वरूप देने को लेकर बात भी की। गौरतलब है कि फ्रांस की सहायता से करीब 6 स्काॅर्पीन पनडुब्बियों से जुड़ी खुफिया सूचनाऐं लीक कर दी गईं इस मामले में भारत और फ्रांस दोनों के पक्षों से जांच के लिए कहा गया है। इस पनडुब्बी की सूचना को लेकर जो रिपोर्ट सामने आई थी उसमें 6841 पन्ने पनडुब्बी की संचार व्यवस्था में, 4457 पन्ने पानी के नीचे लगाए गए सेंसर में, 4209 पृष्ठ पानी के उपर लगे सेंसर को लेकर दर्शाए गए थे।
गौरतलब है कि भारत ने इस मामले में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के माध्यम से नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को जांच के आदेश दिए थे तो दूसरी ओर फ्रांसीसी सबमरीन बनाने वाली कंपनी डीसीएनएस से भी पूछताछ की गई थी। इस मामले में फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद ने कहा कि फ्रांस वैश्विकरण को नहीं मानता है। दरअसल यहां पर सामाजिक संरचनाऐं सभी के विरूद्ध हों और लोगों को समाप्ति की ओर ले जाऐं ऐसे वैश्विकरण को हम बढ़ावा नहीं देते हैं। दोनों देशों के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट के दौरान विदेश सचिव एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल मौजूद थे।