नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो डि जनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकातें कीं। इन मुलाकातों में भारत और इन देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो से मुलाकात की, जहां उन्होंने भारत का पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। दोनों नेताओं ने भारत-इंडोनेशिया की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने और इसे नए क्षेत्रों में विस्तारित करने पर विचार किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था, नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा, और लोगों से लोगों के रिश्तों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर से भी प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात की, जिसमें विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक सहयोग पर जोर दिया गया, खासकर भारत-ईएफटीए-टीईपीए समझौते के बाद। दोनों नेताओं ने भू-राजनीतिक मुद्दों पर भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से भी मुलाकात की, जहां उन्होंने भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 का स्वागत किया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से भी प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और एक पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते की आवश्यकता को स्वीकार किया।
अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, और एआई के क्षेत्रों में भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की। साथ ही, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
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