नई दिल्ली: प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर पीएम मोदी लखनऊ में शुक्रवार से दो दिवसीय कार्यशाला होने जा रही है. इसमें देश भर के स्मार्ट सिटी मिशन में चयनित 100 शहरों के मेयर व अफसर शामिल होंगे.
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स्मार्ट सिटी के नाम पर पीएम मोदी ने अब तक लगभग 30 हजार करोड़ फुक दिए है. लेकिन इसके बावजूद अभी मोदी को 3 साल और लगेंगे पहली स्मार्ट सिटी बनाने में अनुमान है कि साल के अंत तक 20 हजार करोड़ रुपये औए खर्च हो जाएंगे. सरकार का दावा है कि पहली स्मार्ट सिटी 2021 तक बनकर तैयार हो जाएगी. बनारस को टोक्यो और देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर तैयार करने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पर सरकार अब तक 30 हजार करोड़ रुपए लगा दिए है.
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सरकार ने कहा कि जनभागीदारी के तहत स्मार्ट सिटी का 25 लाख नागरिकों द्वारा चयन किया गया था. इसमें से 90 फीसदी ब्राउन फील्ड प्रोजेक्ट हैं. मतलब की वह शहर है जो पहले से ही बसे हुए हैं. सरकार ने बताया कि प्रोजेक्ट का पहला चरण जनवरी 2016 से शुरू हुआ था जिसमें अभी तक 37 प्रतिशत धन राशि खर्च हो चुकी है. इस योजना के प्रोजेक्ट के लिए 500 करोड़ रुपये केंद्र सरकार देगी. बाकी का पैसा राज्य सरकार लगाएगी.
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