श्रीनगर: बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की मीटिंग थी, जिसमें जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुई थीं. इस मीटिंग का मुख्य एजेंडा 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा को मात देना था. बैठक के बाद महबूबा मुफ्ती ने पटना के गेस्ट हाउस में मीडिया के साथ चर्चा की.
इस दौरान महबूबा ने कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी विदेश में साझा मूल्यों, लोकतंत्र और अन्य की चर्चा करते हैं. जिस देश का वे प्रतिनिधित्व करते हैं, उसकी वजह से उन्हें सम्मान मिलता है. वह भारत में गोडसे का प्रचार करते हैं. वह लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटते हैं. मुफ्ती ने आगे कहा कि, बीते कुछ दिनों से यहीं हूं. नालंदा गई. वहां मजार पर गई, तख्त हरमंदिर और बोधगया गई. मैं लोकतंत्र पर हमलों के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद देती हूं.
उन्होंने आगे कहा कि, कश्मीर ने मुस्लिम बहुसंख्यक होने के नाते हमने अपने आप को भारत के साथ जोड़ने का फैसला किया था. इस सरकार ने हमारे राज्य को एक केंद्रशासित प्रदेश में तब्दील कर दिया. जब ऐसा किया गया तो ज्यादातर विपक्षी दल चुप थे. जम्मू कश्मीर में देश में सबसे ताकतवर विधानसभा थी.
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