नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध एवं 5 प्रदेशों के विधानसभा चुनावों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने आज अपने मासिक प्रोग्राम 'मन की बात' को संबोधित किया। अपने संबोधन के चलते सबसे पहले उन्होंने भारत से चोरी हुईं प्रतिमाओं को देश में वापस लाने पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 7 सालों में, भारत ने 200 से ज्यादा कीमती प्रतिमाओं को सफलतापूर्वक वापस लाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तमिलनाडु के वेल्लूर से भगवान आंजनेय्यर, हनुमान जी की मूर्ति चोरी हो गई थी। हनुमान जी की ये प्रतिमा भी 600-700 साल पुरानी थी।
वही इस माह के आरम्भ में, ऑस्ट्रेलिया में हमें ये प्राप्त हो गई। इसके अतिरिक्त इस महीने के आरम्भ में भारत इटली से अपनी एक बहुमूल्य धरोहर को लाने में कामयाब हुआ है। ये धरोहर अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की हज़ार वर्ष से भी अधिक पुरानी मूर्ति है। ये प्रतिमा कुछ वर्ष पहले बिहार में गया के देवी स्थान कुंडलपुर मंदिर से चोरी हो गई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे इतिहास में, देश के कोने-कोने में एक-से-बढ़कर एक प्रतिमा हमेशा बनती रहीं, इसमें श्रद्धा भी थी, सामर्थ्य भी था, कौशल्य भी था तथा विवधताओं से भरा हुआ था एवं हमारे हर मूर्तियों के इतिहास में तत्कालीन वक़्त का प्रभाव भी दिखाई देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अतीत में बहुत सारी प्रतिमा चोरी होकर भारत से बाहर जाती रहीं। कभी इस देश में, तो कभी उस देश में ये प्रतिमाएं बेचीं जाती रहीं। न उनको उसके इतिहास से लेना देना था, श्रद्धा से लेना देना था। इन प्रतिमाओं को वापस लाना, भारत मां के प्रति हमारा दायित्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा क जो विद्वान लोग हैं, वो मातृभाषा शब्द कहां से आया इसकी उत्पत्ति कैसे हुई, इसे लेकर बहुत अकादमिक इनपुट दे सकते हैं। जैसे हमारी जिंदगी को हमारी मां गढ़ती है, वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है। जैसे हम अपनी मां को नहीं छोड़ सकते वैसे ही अपनी मातृभाषा को भी नहीं छोड़ सकते। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पश्चात् भी कुछ लोग ऐसे मानसिक द्वन्द में जी रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें अपनी भाषा, अपने पहनावे, अपने खान-पान को लेकर एक संकोच होता है, जबकि, विश्व में कहीं और ऐसा नहीं है।
आपका भी दिल जीत लेगा ये इलेक्ट्रिक स्कूटर
'कमजोर हो चुकी है महामारी, धूमधाम से मनाएं महाशिवरात्रि': CM शिवराज सिंह
भारतीयों को यूक्रेन से दिल्ली लेकर पहुंची एयर इंडिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभी को दिया गुलाब