बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस के दौरे के बाद शनिवार सुबह कर्नाटक के बेंगलुरु पहुंचे। यहाँ एचएएल एयरपोर्ट के बाहर 'जय विज्ञान जय अनुसंधान' का नारा लगाया। तत्पश्चात, PM मोदी इसरो मुख्यालय के लिए रवाना हुए। हवाईअड्डे के बाहर बड़े आंकड़े में लोग प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए एकत्र थे। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य्मंत्री सिद्धारमैया को न बुलाने पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने ही मुख्यमंत्री और उपमुख़्यमंत्रे को बोला था आप इतना जल्दी कष्ट मत उठाइए। इससे पहले सीएम कार्यालय ने कहा था कि PMO ने CMO और राजभवन को सूचना दे दी है कि प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए आने की आवश्यकता नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'इतनी दूर से आना था, मैं यहां आदरणीय मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और राज्यपाल साहब उन सबको रिक्वेस्ट किया था कि आप इतनी जल्दी- जल्दी कष्ट मत उठाइए। मैं तो वैज्ञानिकों को प्रणाम करके चला जाऊंगा। तो मैंने उनको रिक्वेस्ट की थी कि जब मैं विधिवत रूप से कर्नाटक आऊंगा तो मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री जी अवश्य प्रोटोकॉल निभाएं। किन्तु उन्होंने सहयोग किया मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं, अभिनंदन व्यक्त करता हूं। ये वक़्त मेरे संबोधन का नहीं है, मेरा मन उन वैज्ञानिकों के पास पहुंचने को उत्सुक है। मैं आपको धन्यवाद करता हूं कि बेंगलुरु के लोगों ने अभी भी उस पल को उमंग और उत्साह से जीकर दिखा रहे हैं।'
पीएम ने बुधवार को 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के चलते जोहान्सबर्ग से चंद्रमा पर लैंडर विक्रम की ऐतिहासिक लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखा था। अंतरिक्ष में 40 दिनों की यात्रा के बाद, चंद्रयान -3 लैंडर, 'विक्रम', बुधवार शाम को अभी तक अछूते रहे चंद्र दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया। भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया था।
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