नई दिल्ली: भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते बुधवार यानी 12 फरवरी 2020 को कहा कि पिछली सरकारों ने देश की कर प्रणाली में किसी तरह की छेड़छाड़ से परहेज किया, लेकिन वर्तमान सरकार इसे ज्यादा नागरिक केंद्रित बना रही है.जंहा उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे देश के विकास के लिए अपने बकाये का भुगतान करें. एक अंग्रेजी समाचार चैनल के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग हमेशा ही कर चोरी का रास्ता तलाश लेते हैं और इसका दुष्परिणाम ईमानदार लोगों को भुगतना पड़ता है.
छोटे शहरों पर किया ध्यान केंद्रित: मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि यह अविश्वसनीय था कि देश में सिर्फ 2,200 लोगों ने ही अपनी आय एक करोड़ रुपये सालाना घोषित की थी. मोदी ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए छोटे शहरों पर ध्यान केंद्रित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट से पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी.
उभरती अर्थव्यवस्था वाले देश के सामने चुनौतियां ज्यादा: वही इस बात पर पीएम मोदी ने कहा कि इन प्रयासों के बीच ये भी सही है कि भारत जैसी ‘उभरती अर्थव्यवस्था’ वाले देश के सामने चुनौतियां भी ज्यादा होती हैं. उतार-चढ़ाव भी आते हैं और वैश्विक परिस्थितियों का प्रभाव भी ज्यादा झेलना पड़ता है.
नई ऊर्जा का संचार: जंहा यह भी कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने कहा कि देश में हो रहे इन परिवर्तनों ने समाज के हर स्तर पर नई ऊर्जा का संचार किया है, उसे आत्मविश्वास से भर दिया है. आज देश के गरीब में ये आत्मविश्वास आ रहा है कि वो अपना जीवन स्तर सुधार सकता है, अपनी गरीबी दूर कर सकता है. युवाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया का सबसे युवा देश अब तेजी से खेलने के मूड में है. सिर्फ 8 महीने की सरकार ने फैसलों की जो सेंचुरी बनाई है, वो अभूतपूर्व है. आपको अच्छा लगेगा आपको गर्व होगा कि भारत ने इतने तेज फैसले लिए और इतनी तेजी से काम हुआ है.
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